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10. जो बीत गया सो बात गई

10. जो बीत गया सो बात गई

जो बीत गया सो बात गई,
अब सोता क्या है रात गई।

सर्दी  में  छतरी  ले  घूमे,
कह दो उससे बरसात गई।

अपने हक़ का हमने मांगा,
और दे वो मुझे खैरात गई।

उसकी चाहत भूला ही नहीं,
ऐसे  देकर  जज़्बात  गई।

बस जिस्म है मिट्टी का बाक़ी,
इस जिस्म की लिए हयात गई।

हर बार मैं उसको याद करूं,
दे कर इतनी वजहात गई।

फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_९८०७

# आधे अधूरे मिसरे /  प्रसिद्ध पंक्तियां 

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2 Comments

बहुत ही सुंदर और बेहतरीन अभिव्यक्ति

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Gunjan Kamal

10-Jul-2023 12:03 PM

👌👏

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